उससे प्यार हुआ जिसे कभी पा न सके,
जिसकी बातो को हम कभी भुला न सके,
दिल लगाया और लगाकर तोड़ दिया उसने,
जिसे भुलाना चाहा पर हम भुला न सके,
अपनी कसम देकर उसने हमें मजबूर कर दिया,
मुझे खुश रखने के लिए खुद से दूर कर दिया,
हमारी चाहत को कभी उसने समझा ही नहीं,
और हम थे की उनके लिए अपनों को ही छोड़ दिया।
जिसकी बातो को हम कभी भुला न सके,
दिल लगाया और लगाकर तोड़ दिया उसने,
जिसे भुलाना चाहा पर हम भुला न सके,
अपनी कसम देकर उसने हमें मजबूर कर दिया,
मुझे खुश रखने के लिए खुद से दूर कर दिया,
हमारी चाहत को कभी उसने समझा ही नहीं,
और हम थे की उनके लिए अपनों को ही छोड़ दिया।
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